Chand Ka Kurta/चाँद का कुर्ता
चाँद का कुर्ता एक बार की बात काहू मैं चंदा बोला अपनी माँ से कुर्ता एक नाप का माँ मुझको सिलवा दे नंगे तन बारह महीने मैं यो ही घुमा करता सर्दी, गरमी, वर्षा हरदम बड़े कष्ट से सहता माँ ने कहा पुत्र से अपने चुमकर कर उसका मुखड़ा बेटा खूब समझती हूं मैं तेरा ...