हम बालक है: Ham Balak Hai Poem
हम बालक है… हम बालक हैं अति नादान तुम हो प्रभु ज्ञान की खान वही वास्तु दे हमको आप जिसे मिटें सभी संताप बुद्धि शुद्ध हो निर्मल ज्ञान हो जाए सबका कल्याण तुम पर सदा रहे विश्वास कभी न करे पराये आस सेवा करें, समान करें सबको दो ऐसा वरदान भूले नहीं तुम्हारी याद करें ...