दूर देश से आई तितली : Dur Desh Se I Titali Poem
दूर देश से आई तितली दूर देश से आई तितली चंचल पंख हिलाती फूल फूल पर कली-कली पर इतराती इठलाती यह सुंदर फूलों की रानी घून की मस्त दीवानी हरे भरे उपवन में आई करने को मनमानी कितने सुन्दर पर है इसके जगमग रंग रंगीले लाल, हरे, बैगानी, बसंती काले नीले पीले कहां कहां से ...