Purnima Kab Hai
कार्तिक पूर्णिमा हिंदू धर्म में एक विशेष महत्व रखती है जिसे भक्ति और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। पूर्णिमा का मतलब है जब चंद्रमा महान रूप धारण करता है और अपनी पूरी चमक के साथ चमकता है, यानी पूर्णिमा हर महीने में एक बार आती है लेकिन कार्तिक महीने में आने वाली पूर्णिमा का विशेष महत्व है क्योंकि इसे एक पवित्र दिन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और महालक्ष्मी की विशेष तरीके से पूजा की जाती है कार्तिक पूर्णिमा है पंचांग के अनुसार इस वर्ष शुक्रवार के दिन 15 नवंबर 2024 को मनाया जाएगा
Purnima Kab Hai ऐसा सवाल हर महीने गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च किया जाता है ताकि उसको सही जानकारी मिल सके और सही समय पर पूजा व्रत और अन्य धार्मिक अनुष्ठान कर सके
Table of Contents
पूर्णिमा तिथि क्यों है महत्वपूर्ण?
ऐसी मान्यता है हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर महीने में एक विशेष दिन होता है जब चंद्रमा अपनी संपूर्णता में होता है जिसे हम पूर्णिमा के नाम से जानते हैं इस दिन का महत्व भारतीय संस्कृति और धर्म में खास है लोग इस दिन का विशेष पूजा व्रत और साधना हैं के लिए यह दिन चुनते हैं क्योंकि माना जाता है कि यह दिन (Positive)सकारात्मक ऊर्जा का संचार अधिक होता है और भक्त सही समय पर पूजा अर्चना कर सके या भगवान का आशीर्वाद प्राप्त कर सके हर महीने की प्रमुख पूर्णिमा तिथि में आने वाली स्थिति पर हनुमान जयंती भी मनाई जाती है
साथी ही साथ आपको बता दें भारत में पूर्णिमा का धार्मिक महत्व गहरा है कि लाखों लोग हर महीने इसकी सही तिथि जानने के लिए गूगल पर Purnima Kab Hai सर्च करते हैं विशेष वर्ष 2024 की पूर्णिमा तिथि की (Search)खोज बढ़ी हुई है क्योंकि लोग अपने धार्मिक कृत्यों के लिए शुभ मुहूर्त जानना चाहते हैं Purnima Kab Hai और क्यों मनाये जाते हैं
पूर्णिमा का महत्व
पूर्णिमा का हिंदू धर्म में एक अलग ही महत्व है हर माह में एक बार आने वाली पूर्णिमा को शुभ और (Positive)साकारात्मक ऊर्जा का स्त्रोत माना जाता है इस दिन किए गए गाये धार्मिक अनुष्ठान का महत्व अधिक होता है लोग इस दिन व्रत रखते हैं भगवान का ध्यान करते हैं और परिवार के सुख समृद्धि की कामना करते हैं चंद्रमा को शक्ति और साकारात्मक का प्रतीक माना जाता है उसकी पूर्ण स्थिति से यह ऊर्जा और बढ़ती है
खासकर उत्तर भारत यानी बिहार में पूर्णिमा के दिन लोग गंगा, कमला और कोसी नदी में नहाते हैं फिर भगवान शिव पर जल चढ़ाते हैं और अपना व्रत और पूजा करते हैं ऐसा माना जाता है कि शिव भगवान पूर्णिमा के दिन किसी नदी में यमुना या फिर कमला में जाकर बैठ जाते हैं और उसमें स्नान करने से आत्मा शुद्ध होता है
यह परंपरा बिहार के मिथिलांचल में काई दशको से चलती आ रही है लोग बिना खाए पहले नदी में स्नान करते हैं फिर सूर्य को जल चढ़ाते हैं इसके बाद भगवान शिव को जल चढ़ाते हैं जिसे गंगा स्नान भी कहा जाता है यही चिज गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च किया जाता है Purnima Kab Hai
पूर्णिमा पर पूजा की विधि
पूर्णिमा के दिन पूजा का विधान कुछ अलग ही होता है यानी पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी स्नान करके साफ कपड़े पहने और भगवान विष्णु की पूजा करें विशेष रूप से मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की प्रसाद अर्पित करें और परिवार की सुख समृद्धि की कामना करें पूर्णिमा के दिन उपवास रखने से मन और शरीर की शुद्धि होती है इस दिन व्रत रखने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है और सभी प्रकार के कष्टों का नाश होता है
- गंगा स्नान: कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने से जीवन के सभी पापों का नाश होता है
- दीपदान: इस दिन दीप जलाना भी अत्यंत शुभ माना गया है। कहा जाता है कि दीपदान से पितरों को शांति मिलती है
- दान-पुण्य: इस दिन किए गए दान का महत्व बढ़ जाता है। लोग भोजन, कपड़े, धन आदि का दान करते हैं
कार्तिक पूर्णिमा का महत्व भी है क्योंकि ऐसी मान्यता है भगवान विष्णु की आराधना के लिए आदर्श माना गया है मान्यता है कि इस दिन देवता पृथ्वी पर आते हैं और पवित्र नदियों में स्नान करते हैं इस दिन वाराणसी में देव दीपावली मानी जाती है जिसमें गंगा की घाटों पर डुबकी लगाते है दीप जलाते हैं जैसे अदभुत दृश्य देखने को मिलेगा और गंगा में नहाने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है आपके मन में सवाल होगा कि कार्तिक पूर्णिमा 2024 का Purnima Kab Hai इस बार का कार्तिक पूर्णिमा शुक्रवार के दिन 15 नवंबर 2024 को होगा
ये भी पढ़े – 8th Pay Commission Latest News: कब आयेगा 8वें वेतन आयोग
Merter su kaçak tespiti Bulgurlu su kaçağı tespiti: Bulgurlu’da su kaçağına anında müdahale. https://flexsocialbox.com/ustaelektrikci