पहेलियाँ
आँखे दो हो चाहे चार
मेरे बिना कोट बेकार
घुसा आंख में मेरे धागा
दर्जी के घर से मैं भागा
टिक टिक टिक टिक चलती जाऊं
सबको ही मैं समय बताऊं
काम समय से जो कर पाए
वही मेरा नाम बताएं
नीचे पटको ऊपर जाऊं
ऊपर से फिर नीचे आऊं
आऊं जाऊं आऊं जाऊं
जितना चाहो खेल खेलाऊं
पंख है लेकिन चिड़िया नहीं
चलता है लेकिन बढ़ता नहीं
गर्मी भगाना इसका काम
झट बतलाओ क्या है नाम
कद्दू ना ककड़ी
छोटी-छोटी लकड़ी
रस पी मुस्कुराओ
पहेली मेरा नाम बताओ
Summary(सारांश)
यह कविता (Teaser)टीज़र पर आधारित एक पहेली है, इसका अर्थ है कि छोटे बच्चों के सोचने के तरीके में (Diversify)विविधता कैसे आएगी, वे सरल से-सरल और (Critical)आलोचनात्मक कैसे सोच सकते हैं, यहां पर बहुत सारे पहेली दिए गए हैं जिन्हें खेल-खेल में बताना होगा इसका उत्तर क्या है क्योंकि बच्चों को कई पहेलियाँ दी गई हैं,
मनोरंजन और खेल के साथ-साथ उनके सोचने का तरीका भी बदल जाता है और बचपन से ही उनका दिमाग तेज होने लगता है। कविता बच्चों की (Analytical) विश्लेषणात्मक सोच में सुधार करता है क्योंकि यह पूरी तरह से पहेली के आधार पर है पहेली को कैसे हल करना है बच्चा सीखते है
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